Web Hosting Kya Hai ? Web Hosting से जुडी समस्त जानकारी

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Web Hosting Kya Hai ?

आज इन्टरनेट के दौर में हर कोई खुद की Website और Blog बनाने में रूचि रखता है. लेकिन हम जब भी Website या कोई भी Blog बनाने की सोचते है तो सबसे पहले Domain और Web Hosting हमारे सामने चुनौती के रूप में खड़े होते है. कई लोगों के लिए Domain Kya Hai ? और Web Hosting Kya Hai ? समझ पाना थोडा मुश्किल सा हो जाता है और वह इसी में उलझे रहते है. Web Hosting Kya Hai ? इस लेख में आज हम आपको विस्तार से बतायेगे Domain Kya Hai ? और Web Hosting Kya Hai ? यह हमारे लिए क्यों जरूरी है ? और क्या यह सच में इतनी बड़ी चुनौती है जितना बड़ा हम इसे देखते है.

Blogging की दुनिया में आते हुए हम सुनहरे सपने सजोयें होते है. हमारी कल्पना होती है की हमारा ब्लॉग ऐसा होगा , इस मुकाम पर होगा लेकिन हम कभी भी उस मुकाम पर पहुचने के लिए किन चुनौतियों का सामना करेंगे या कितनी मेहनत की जरुरत होगी ऐसा कुछ नहीं सोचते जिसके कारण हमारा काम गलत दिशा में चलने लगता है और कुछ समय बाद निराशा हाथ लगती है. इसलिए आज हम बात करेंगे दो महत्वपूर्ण बिन्दुओ पर जिन्हें website या blog शुरू करते हुए सबसे पहले ध्यान में रखना जरूरी है.

  • Domain Kya Hai ?
  • Web Hosting Kya Hai ?

Domain Kya Hai ?

दरअसल , Domain आपकी website या blog का नाम होता है जिसे आप दूसरों को अपने blog के बारे में बताते हुए साझा करते है. जैसे हमारे ब्लॉग का नाम Hindipanda.com है. हम किसी को भी अपने बारे में बताते हुए Domain के बारे में यदि बतायेगे तो Hindipanda.com बतायेगे. यदि आप बिलकुल ही नए है तो आपको Domain चुनते हुए कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना होता है , जैसे ..

  • Domain आप हमेशा अपने Niche से मिलता जुलता ही ले.
  • Domain Name दूसरों को याद रखना आसान हों , लोग spelling में उलझे नहीं.
  • .Com , .In , .Net आदि महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते है. यदि आप अपना ब्लॉग सिर्फ टार्गेटेड कंट्री में ही रैंक कराना चाहते है तो वहीं का डोमेन लें. जैसे यदि आपकी टार्गेटेड कंट्री India है तो आप .in डोमेन से अच्छी तरह रैंक हो जायेगे.
  • कुछ लोगों का मानना है की Domain में Main Keyword होने और न होने का कोई असर नहीं है लेकिन हम आपको सुझाव देंगे की Domain लेते समय Keyword को जरुर ध्यान रखें और कोशिश करें आपका Targeted Keyword Domain में जरुर आये.
  • Domain ज्यादा लम्बा न हों ताकि आप आसानी से दूसरों को बता सकें और दूसरे भी आसानी से आपके ब्लॉग को सर्च कर पाए.

तो दोस्तों यह थी Domain Kya Hai ? से जुडी संक्षिप्त जानकारी. जो की हर नए ब्लॉगर के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. यदि आप domain लेने की सोच रहें है तो आप उपर दिए गये इन सभी बिन्दुओं को जरुर ध्यान में रखें. आइये अब बात करते है दूसरी चुनौती यानी Web Hosting Kya Hai ?

Web Hosting Kya Hai ?

साधारण और आसान भाषा में Web Hosting को समझें तो Web Hosting इन्टरनेट पर मौजूद websites के डाटा को जगह प्रदान करने का काम करता है जिसके जरिये दुनिया में बैठे लोग उन सभी वेबसाइट तक पहुच पाते है. वेबसाइट में मौजूद जानकारी , इमेज , विडियो आदि सभी कुछ Web Hosting में ही स्टोर होता है. यह सभी विशेष प्रकार के कंप्यूटर होते है जो हर समय इन्टरनेट से कनेक्ट रहते है जिन्हें Web Server भी कहा जाता है.

उधाहरण से समझें तो हम कह सकते है , जिस प्रकार आप अपने घर में किरायेदार रखते है और उनसे रूपये लेते है उसी प्रकार इन्टरनेट पर यदि आप अपनी वेबसाइट चाहते है तो आपको Web Hosting की जरूरत होती है जिसके लिए आप इसके बदले जगह का किराया दे रहे होते है.

Web Hosting आप किसी भी Web Server Provider कम्पनी से ले सकते है. भारत में Godaddy , Bluehost , Hostgator आदि काफी कम्पनियां मौजूद है.

ऐसे में यदि आपके मन में अब सवाल है की Web Hosting काम कैसे करती है तो आप जब भी अपनी कोई वेबसाइट बनाते है तब आपको अपना डाटा Web Server पर upload करना होता है. जैसे ही कोई भी यूजर आपकी वेबसाइट को विजिट करना चाहेगा तो Browser में आपका Domain Search करते ही server पर Request जाएगी और आपकी वेबसाइट User के सामने खुलेगी. ध्यान रहे , इसके लिए सभी के DNS यानी Domain Name Server अलग होते है तभी Domain को पता चलता है की वेबसाइट कौन से server में रखी गयी है.

Web Hosting खरीदते समय ध्यान दें

आप जब भी Web Hosting खरीदने का मन बनाये उस से पहले आपको कुछ जरुरी बातों को ध्यान में रखना है.क्योंकि आपकी वेबसाइट की स्पीड और क्वालिटी काफी हद तक Web Hosting पर निर्भर करती है.

  • Disk Space

Web Hosting लेते समय Disk Space के बारे में जरुर सोचे , दरअसल जिस प्रकार आपके मोबाइल और कंप्यूटर में Space होता है उसी प्रकार Web Hosting के लिए भी space की जरुरत होती है इसके लिए आपको Unlimited Disk Space लेना बेहतर रहता है ताकि आपकी website आराम से चलती रहे.

  • Band Width

एक सेकंड में आपकी वेबसाइट का कितना डाटा एक्सेस किया जा सकता है इसे Band Width कहते है. यदि आपकी वेबसाइट की Band Width कम है तो ज्यादा विजिटर्स आने पर आपकी वेबसाइट डाउन हो जाएगी.

  • Uptime

आपने Web Hosting कम्पनियों को 99.9% UpTime की गारंटी देते सुना होगा. दरअसल , कभी कभी Hosting कम्पनियों की तरफ से तकनीकी परेशानियों के चलते Website Down हो जाती है तो उसे DownTime कहते है. जितने टाइम आपकी Website उनकी hosting पर ठीक चलती है उसे Uptime कहा जाता है.

  • Customer Service

आप जब भी Web hosting लेने का मन बनाये तो किसी भी कम्पनी से लेने से पहले उनकी Customer Care Service के बारे में जरुर देखें. हर कम्पनी 24×7 सर्विस का वादा करती है लेकिन वह कभी कभी फ्री नहीं होती. ऐसे में अपने मुताबिक देख दाख कर ही अपना Web Hosting Provider चुने.

तो दोस्तों यह थी कुछ बाते जो आपको Web Hosting खरीदते समय जरुर ध्यान में रखनी है और अपनी website के मुताबिक ही चुननी है. लेकिन अभी आपका सारा काम ख़त्म नहीं हुआ है. अभी आपको अपनी वेबसाइट के लिए Web Hosting टाइप के बारे में भी सोचना है. आइये नजर डालते है Web Hosting Types पर.

Types of Web Hosting

Web Hosting Kya Hai ? यह कैसे काम करती है और किन किन बातों पर हमे ध्यान देना है इन सभी बातों को आपने ऊपर पढ़ लिया अब आखिरी और जरूरी बात यह है की आप अपनी वेबसाइट के लिए किस प्रकार की Web Hosting खरीदें. ऐसे में आपके पास नीचे दिए गये विकल्प मौजूद रहते है.

  • Shared Web Hosting
  • VPS (Virtual Private Server)
  • Dedicated Hosting
  • Cloud Hosting

आइये एक एक करके समझते है यह सभी Hosting एक दूसरे से कैसे अलग है और हमारे लिए कौन सी Hosting लेना सही है.

  • Shared Hosting

जैसा की नाम से ही स्पष्ट है , Shared Hosting जिसमे कई सारी वेबसाइट एक ही जगह पर स्टोर की जाती है और सभी को एक ही Ram , CPU उपलब्ध होता है. यह Hosting सस्ती पडती है लेकिन इस Hosting में दिक्कत यह है की यदि आपके साथ वाली वेबसाइट पर ज्यादा ट्रैफिक आ गया है तो उसका असर आप पर भी पड़ेगा और आपकी वेबसाइट डाउन हो जाएगी. Shared Hosting का इस्तेमाल नये ब्लॉगर्स करते है जिनके ब्लॉग पर ज्यादा ट्रैफिक नहीं होता. जिसके बाद जब उनके ब्लॉग मशहूर हो जाते है या ज्यादा ट्रैफिक आने लगता है तो वह इसे बदल लेते है.

Shared Hosting को उधाहरण से समझें तो आप इसे ऐसे कह सकते है जैसे जॉब के लिए दूसरे शहर में जा कर आप हॉस्टल या रूम शेयर करते है तो वहां आपके आलावा अनेक लोग एक ही जगह मौजूद होते है.

Shared Hosting का फायदा यह है की यह आपको सस्ती पडती है. बेसिक ब्लॉग के लिए अच्छा विकल्प है आप इसे आसानी से सेट कर पाते है और इसका कंट्रोल पैनल काफी आसान होता है. लेकिन नुक्सान की बात यह है की इसकी सिक्यूरिटी इतनी अच्छी नहीं है और अक्सर देखा जाता है की कम्पनियां इसके लिए अच्छी कस्टमर सर्विस नहीं देती है.

  • VPS Hosting

Shared Hosting के बाद आपके पास VPS Hosting का विकल्प आता है जिसमे आपको अपनी वेबसाइट के एक अलग Hosting उपलब्ध होती है. जहां आपकी वेबसाइट की Performance अच्छी रहती है हालाँकि इसकी कॉस्ट थोड़ी महंगी पडती है. लेकिन इसमें Privacy और Security बेहतर रहती है. लेकिन ध्यान रहे , यह Dedicated Hosting नहीं है.

यह एक होटल के कमरे की तरह है जिसमे मौजूद सभी चीजों पर सिर्फ आपका ही अधिकार होता है.

  • Dedicated Hosting

यदि हम VPS को एक होटल के कमरे के उधाहरण से समझते है तो आप Dedicated Hosting को अपना खुद का बड़ा सा घर कह सकते है जिसमे आप खुद के मालिक है और किसी को कुछ भी इजाजत नही.

Shared Hosting की यह बिलकुल उलटी है यहाँ किसी अन्य का अधिकार नहीं है आप खुद पूरी Hosting के मालिक है. यह सबसे तेज Server है जो बड़ी कम्पनियां उपयोग में लेती है. सभी E commerce वेबसाइट जैसे Amazon , Flipkart , SnapDeal आदि इन्ही सर्वर का उपयोग करती है. इन सभी Hosting की प्राइवेसी बेहद Strong होती है और सभी कम्पनियां अपने कस्टमर को पूरी सेवा प्रदान करती है.

  • Cloud Web Hosting

Cloud Hosting में दूसरे Clustered Server के Resources इस्तेमाल किये जाते है. इसके Security का ख़ास ध्यान रखा जाता है और इसे कहीं भी कभी भी इस्तेमाल किया जा सकता है. यहाँ पर आसानी से ज्यादा ट्रैफिक को सम्भाला जा सकता है. साथ ही Cloud Web Hosting में Server Down होने के Chances भी बेहद कम होते है.

आप जब भी किसी Hosting के लिए कम्पनी की साईट को विजिट करते है तो आपको हमेशा ही Linux और Windows Hosting का विकल्प मिलता है. ऐसे में Linux Hosting एक सस्ता विकल्प है चूँकि यह एक Open Source System है इसलिये कम्पनियों को इसके ज्यादा चार्जेज नहीं देने पड़ते. जबकि Windows Hosting के लिए अच्छा ख़ासा खर्चा उठाना पड़ता है यही कारण है की यह महंगी है और इन्टरनेट पर मौजूद आधे से ज्यादा वेबसाइट एवं ब्लॉग Linux Server पर हैं.

Web Hosting कहाँ से खरीदे ?

यदि आप अभी भी विचार कर रहे है की Web Hosting कहाँ से खरीदें तो हम आपको बता दें दुनिया में कई सारे Hosting Providers मौजूद है लेकिन आप अपना Hosting Provider वहीं से चुने जहां से आपका ट्रैफिक ज्यादा है. चूँकि यदि आपका Hosting दूर का होगा तो आपकी वेबसाइट को लोड होने में ज्यादा समय लगेगा. ऐसे में यदि आप भारत से है और आपका ट्रैफिक भी भारत का है तो आप Hostgator , Godaddy , Bluehost , Bigrock से Web Hosting ले सकते है.

तो दोस्तों यह थी Web Hosting और Domain से जुडी जानकारी जो अक्सर ही ब्लॉगर चुनौती के रूप में देखते है. हमने बात की Domain Kya hai ? Web Hosting Kya Hai ? Web Hosting कैसे काम करती है ? इसके प्रकार और इसे हम कहाँ से ले सकते है ? यदि आपके मन में Web Hosting Kya Hai ? या इस से जुडा कोई भी सवाल मन में है तो आप हमें बेहिचक कमेंटबॉक्स में पूछ सकते है.

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