Who Owns The Internet , इन्टरनेट का मालिक कौन है ?
ये एक काफी दिलचस्प सवाल है की आप जिस इन्टरनेट को दिन रात उपयोग कर रहे है तो उसका मालिक कौन है ? कहा से आता है ये ? शायद कई बार आप सभी के मन में भी ये सवाल आया होगा. हो सकता है किसी ने आपको इसका जबाब दिया हो .. गूगल इन्टरनेट का मालिक है तो किसी ने ये भी कहा हो एयरटेल , रिलायंस , वोडाफ़ोन , आईडिया इन्टरनेट के मालिक है.
अगर आप भी यही सोचते है तो आप गलत है. एयरटेल रिलायंस आईडिया वोडाफ़ोन जैसी सभी कम्पनियां हम सभी तक इन्टरनेट पहुचाती जरुर है लेकिन वह इसकी मालिक नहीं है.
आप हमारा ये POST पढ़ रहे है तो आप इसे हजारो किलोमीटर दूर रखे server से प्राप्त कर रहे है. जब server से आपके device तक ये पोस्ट आ रहा है तो आपके device और server के बीच एक connection बन रहा है. इसी connection के आपको पैसे देने पड़ रहे है. जो आप अपने देश की इन्टरनेट प्रोवाइडर्स कंपनी जैसे आईडिया वोडाफ़ोन एयरटेल इत्यादि को देते है. ये कम्पनियां सिर्फ देश तक सीमित होती है इसलिए आगे इन्टरनेशनल कंपनी को पैसा देती है.
इसे हम आसानी से समझे तो एक उधाहरण सब्जी का ले सकते है. जैसे सब्जी देने किसान खुद आपके घर नहीं आता. पहले सब्जी किसी सब्जी मंडी में पहुचती है उसके बाद छोटे दुकानदारों के पास , उसके बाद ही आपके घरो तक.
इसी प्रकार ISP (इन्टरनेट सर्विस प्रोवाइडर) भी 3 TIERS में होती है ..
- 1 ISP या फिर आसान भाषा में कहे तो पहले लेवल पर कंपनी वो होती हैं जिन्होंने समुद्र के बीच में optical fibers cable बिछा कर एक देश को दुसरे देश से जोड़ा है. इन कम्पनियों ने खुद के पैसे लगा कर समुद्र में केबल्स का जाल बिछाया है.
जैसे : NTT Communications , ORANGE (OpenTransmit) , Sprint , Tata Communication.
- 2 ISP दुसरे लेवल पर वो कम्पनियां जो किसी देश तक इन्टरनेट को पहुचाती है. जैसे हम वोडाफ़ोन एयरटेल रिलायंस आईडिया को जानते है. ये कम्पनिया 1ISP कम्पनियों से मिलकर दुसरे देश में इन्टरनेट की सेवा ले कर आती है.
- 3 ISP तीसरे लेवल पर वो कम्पनियां आती है जो आपके घरो में device लगाती है. अगर आप दिल्ल्ली या NCR के हैं तो आप HATHWAY , SPECTRA जैसी लोकल कंपनियों को जरुर जानते होंगे. जो वोडाफ़ोन एयरटेल आईडिया जैसी कम्पनियों से मिलकर आप तक इन्टरनेट पहुचाती है.
जब आप इन्टरनेट के उपयोग करने का पैसा किसी कम्पनी को देते है तो वह पैसा आगे की लेवल कंपनी तक पहुचाया जाता है. लेकिन इंटरनेशनल कंपनी किसी को पैसा नहीं देती. वह उस किसान की तरह है जिसने अपनी लागत लगा कर सब्जी उगाई है.
उम्मीद है आप सभी को अब समझ आ गया होगा की इन्टरनेट का मालिक कोई व्यक्ति या विशेष नहीं है बल्कि कई कम्पनिया है.