National Symbols of India in Hindi
भारत के राष्ट्रिय चिन्ह
हमारा भारत विशेषताओं का देश हैं बात फिर चाहे भारत के प्रमुख त्यौहार की हो या फिर फल, फूल रंग और चिन्हों की हमें अनेक विशेषताएँ देखने को मिलती हैं. भारत में कई सारे ऐसे विशेष चिन्ह है जिन्हें राष्ट्रिय चिन्ह यानी National Symbols of India कहा जाता है ऐसे में कुछ चिन्ह जिन्हें आप बखूबी जानते होंगे लेकिन कुछ ऐसे भी चिन्ह है जो आपने पहले शायद ही सुने हो. National Symbols of India में पशु पक्षी फल फूल आदि के साथ ऐतिहासिक इमारते और देश भक्त भी शामिल है.
हालांकि, National Symbols of India में जब भी बात होती है National Game of India की तो अब सभी के मन में सवाल आता है की क्या हॉकी भारत का राष्ट्रिय खेल है ? या इसकी जगह अब क्रिकेट ने ले ली है ?
आइये नजर डालते है सभी National Symbols of India पर और फिर बात करते है National Game of India हॉकी और क्रिकेट को लेकर असमजस की चल रही स्थिति पर.
National Symbols of India
National Emblem of India
राष्ट्रिय प्रतीक
भारत का राष्ट्रिय प्रतीक सारनाथ के अशोक सम्राज्य से लिया गया है. यह चिन्ह 4 शेरों से बना है जिसके नीचे हाथी , घोड़े , बैल और अशोक चक्र बने हुए है. 1950 में 26 जनवरी को भारतीय सरकार ने इसे राष्ट्रिय प्रतीक National emblem of India स्वीकार किया. लेकिन आधिकारिक कागजो इत्यादि पर सामने के तीन शेर ही दिखाई देते हैं जबकि चौथा शेर इसके पीछे के भाग पर निर्मित है. इस चिन्ह के साथ साथ देवनागिरी भाषा में सत्यमेव जयते अंकित है जो भारत के लोगो की सच्चाई और शक्ति को दर्शाता है.
National Bird of India
राष्ट्रिय पक्षी
अपनी सुन्दरता के लिए जाना जाने वाला पक्षी मोर 1963 में भारतीय सरकार द्वारा National Symbols of India में राष्ट्रिय पक्षी के रूप में स्वीकार किया गया. जो भारतीय संस्कृति और सुन्दरता का प्रतीक माना जाता है.
मोर को National Bird of India स्वीकार करने के पीछे एक तर्क यह भी है की मोर भारत के सभी भागो में पाया जाता है साथ ही इसकी सुन्दरता सभी को अपनी ओर आकर्षित करती है और किसी भी अन्य देश में मोर प्रतीक नही है जिसके कारण भारत ने मोर को राष्ट्रिय पक्षी के रूप में शामिल किया.
National Calendar of India
राष्ट्रिय कैलेंडर
आपने अपने घर में सभी बड़े बुजुर्गों को कुछ अलग से हिंदी में बने केलेंडर को इस्तेमाल करते देखा होगा जिसके जरीय वह त्यौहार , शुभ अशुभ , या अन्य तरह के दिन और तारीखों को बतलाते है जिसका साल जनवरी से नही बल्कि 22 मार्च से शुरू होता है, शायद वह कैलेन्डर आप की समझ में न आता हो लेकिन उसे 1957 में भारत का राष्ट्रिय कैलेंडर माना गया.
हम सभी आज के समय में जो कैलेंडर देखते है उसे ग्रेगोरियन कैलंडर कहा जाता है जबकि राष्ट्रिय केलेंडर को पंचांग का नाम दिया गया. भारत में सभी अधिकारिक कार्य स्थलों , रेडियो , न्यूज़ चेंनल आदि पर दोनों ही केलेंडर का इस्तेमाल होता है.
National River of India
राष्ट्रिय नदी
भारत में पवित्र नदी गंगा को राष्ट्रिय नदी माना गया है. गंगा सबसे लम्बी और विशाल नदी है साथ ही साथ गंगा के जल को हिन्दू धर्म में सबसे पावन और पूजनीय कहा गया है. धर्म में गंगा को माँ का दर्जा दिया जाता है और गंगा के पवित्र जल से स्नान करने पर सभी पापों से मुक्ति मिलती है.
National Flag of India
राष्ट्रिय झंडा
आयताकार आकार में तीन रंगो से मिलकर बना हमारा झंडा राष्ट्रिय ध्वज तिरंगा कहलाता है जिसके बीच में 24 तीलियों से निर्मित अशोक चक्र है जिसे धर्म चक्र भी कहा जाता है. तिरंगे में मौजूद तीनो रंग अलग अलग गुणों और बातो को दर्शाते है.
सबसे ऊपर केसरिया रंग हिम्मत और बलिदान का प्रतीक है वहीं सफ़ेद रंग शांति और शुद्धता का. सबसे नीचे की ओर हर रंग भारत के उपजाऊपन को दर्शाता है.
National currency of India
राष्ट्रिय मुद्रा
सभी देशो में मान्य मुद्रा अलग अलग है जिसको उस देश की मुख्य बैंक अपने नियंत्रण में रखती है. सभी नियमो और कानूनों के अनुसार ही उसको छापने और बाज़ार में निकालने की क्रिया सम्पन्न होती है. ऐसे ही भारत में राष्ट्रिय मुद्रा को रुपया (INR) कहते है. जिसे भारत की RBI यानी रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया नियंत्रित करती है.
National Flower of India
राष्ट्रिय फूल
हमारे देश में कई मनमोहक सुन्दर और सुगन्धित फूल पाए जाते है जिन्हें देख कर आप उनकी ओर आकर्षित हो ही जायेगे. ऐसे में भारत में राष्ट्रिय फूल की मान्यता कमल के फूल को प्रदान है जो ज्ञान , समृधि और फलदायकता का प्रतीक माना जाता है.कमल लम्बे जीवन , सम्मान और अध्यात्मिक जीवन का भी प्रतिनिधित्व करता है.
National Tree of India
राष्ट्रिय वृक्ष
कई ऐतिहासिक कहानियों का गवाह माना जाने वाला बरगद का पेड़ अपने विशाल और लम्बी उम्र के लिए मशहूर है. हिन्दू धर्म में बरगद को पूजनीय कहा गया है. जिसके साथ ही साथ भारत में राष्ट्रिय वृक्ष का सम्मान बरगद हो हासिल है.
बरगद को अमरत्व वाला पेड़ भी कहा जाता है , जिसकी जड़े धरती से काफी मजबूती से जुडी होती हैं और इसका विशाल आकार लोगों को सूरज की किरणों से बचाते हुए छाया प्रदान करता है.
National Song of India
राष्ट्रिय गीत
भारत का राष्ट्रिय गीत वंदे मातरम् बंकिम चंद चट्टोपध्याय द्वारा रचित पंक्तियों से लिया गया जिसे सबसे पहले 1896 में रविन्द्र नाथ टैगोर ने कांग्रेस की सभा में गाया था. जिसके बाद 1950 में इसे राष्ट्रगीत के रूप में घोषित कर दिया गया.
National Anthem of India
राष्ट्रगान
1950 में जन गन मन को राष्ट्रगान के रूप में घोषित किया गया जिसे रविन्द्रनाथ टैगोर ने बंगाली में लिखा है. राजनैतिक कारणों के चलते ही वंदे मातरम की जगह जन गन मन को राष्ट्रगान घोषित किया गया.
National Animal of India
राष्ट्रिय पशु
रॉयल बंगाल टाइगर को भारत का राष्ट्रिय पशु माना जाता है जो की अपनी समृधि , शक्ति और क्षमता का प्रतीक है. गहरे पीले रंग की यह शेर प्रजाति भारत के कुछ भागों को छोड़ कर सभी जगह पायी जाती है.
Selection of National Symbols of India
राष्ट्रिय चिन्हों का चुनाव
राष्ट्रिय चिन्हों का चुनाव कई बातों को ध्यान में रखते हुए किया जाता है. जिस से दुनिया भर में एक अलग पहचान और प्रतीक बनाया जा सके. जिस प्रकार National Symbols of India में सभी चिन्हों को भारत की संस्कृति को ध्यान में रखते हुए अंतराष्ट्रीय स्तर पर अलग छवि बनाने के लिए किया गया है.
जैसे बरगद का पेड़ अमरत्व है उसी प्रकार मोर अपने शाही अंदाज से सभी को आकर्षित करता है. आम भारत का राष्ट्रिय फल है जो गर्मियों के मौसम में सभी के जीवन में मिठास लाता है. पवित्र गंगा में पाए जाने वाली डोल्फिन की विशेष प्रजाति को राष्ट्रिय जल पशु कहा गया है. साथ ही साथ राष्ट्रिय प्रतिज्ञा , भारतीय गणराज्य का वचन देना है.
बंगाली भाषा में लिखित राष्ट्रगीत और राष्ट्रगान को हिंदी में अनुवाद किया गया है जो हर किसी भारतीय के मन में देश भक्ति की भावना को जगाता है.
Doubt for National Game of India
राष्ट्रिय खेल को लेकर संदेह
पिछले कुछ सालो में भारत में क्रिकेट की लोकप्रियता काफी बढ़ चुकी है. करोड़ो भारतीय क्रिकेट को लेकर दीवाने है. इसमें कोई शक नही की , क्रिकेट और हॉकी की तुलना अब कही से कही तक नही की जा सकती. शायद ही आपको भारतीय टीम के हॉकी खिलाड़ियों के नाम पता हों. हॉकी के पिछड़ने का बड़ा कारण यह भी है की जरूरत के समय पर हॉकी पर किसी ने ध्यान नहीं दिया , किसी भी प्रकार की सुविधा , अच्छे कोच , इत्यादि हॉकी को नही दिए गये जबकि क्रिकेट में भरपूर पैसा झोंका गया और हर प्रकार से क्रिकेट को सहारा मिला.
यही कारण है की अबजब भी हम National Symbols of India की बात करते है तो सभी के मन में यह सवाल उठता है की भारत का राष्ट्रिय खेल हॉकी है या क्रिकेट ? चूँकि हॉकी के एक गोल होने पर किसी को पता भी नहीं चलता जबकि क्रिकेट में एक रन से ही लाखो करोड़ो लोगो के चेहरे मुस्कुरा उठते है.
भारत में हॉकी की बात करे तो लगभग 1928 से 1958 तक हॉकी को काफी लोकप्रियता मिली. जिसे हॉकी का स्वर्णिम युग कहा गया. यही समय था जब National Symbols of India के लिए हॉकी को भारत का राष्ट्रिय खेल स्वीकार किया गया.
लेकिन सच यह है की आज के समय में भारत का कोई भी राष्ट्रिय खेल नहीं है जिसे भारतीय सरकार स्वीकारती हो. जबकि बच्चो की किताबों , परीक्षाओं में हॉकी के विकल्प को सही माना जाता रहा है. यदि आप गूगल पर इस प्रश्न का हल ढूंढते है तो वहा आपको साफ़ शब्दों में उत्तर मिलेगा की फिलहाल आधिकारिक तौर पर कोई भी खेल भारत का राष्ट्रिय खेल नही है.
Source : Youtube
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