Motivational Hindi Story : कुछ लोग कूड़े के ट्रक की तरह होते है
एक दिन एक आदमी टैक्सी से कही जा रहा था. टैक्सी वाला काफी शांत और अपनी टैक्सी चलाने में व्यस्त था.टैक्सी अपनी एक गति में आगे बढ़ रही थी. अचानक एक कार पार्किंग से निकल कर रोड पर उस टैक्सी के सामने आ गयी.टैक्सी वाले ने एकदम से ब्रेक लगाने का प्रयास किया और टैक्सी अपनी गति में होने के कारण स्किड कर गयी. टैक्सी चालक ने बड़ी मुश्किल से दूसरी गाडी में लगने से बचाया.
टैक्सी में बैठे आदमी ने सोचा , टैक्सी वाला अब उस कार वाले को भला बुरा कहेगा. लेकिन दुसरे ही क्षण इसका उलट ही हुआ. जिस कार वाले की गलती थी वो खुद ही टैक्सी वाले को गालिया देने लगा और उसकी गलती बताते हुए अपना गुस्सा जाहिर करता दिखा.
इस पर टैक्सी वाला नाराज होने की बजाय मुस्कुराते हुए अपनी टैक्सी को आगे बढाने लगा.
इस पर आश्चर्यचकित होकर टैक्सी में बैठे आदमी ने टैक्सी चालक से पूछा , गलती उसकी थी फिर भी तुमने ऐसा क्यों किया ? उसकी इस गलती से तुम्हारा नुक्सान हो सकता था. हम दोनों को ही चोट लग सकती थी.
इस पर टैक्सी चालक ने बड़ी शांति से उत्तर दिया , ” साहब .. इस दुनिया में कुछ लोग कूड़े के ट्रक की तरह होते है. वे लोग अपने ऊपर बहुत सारा बोझ पहले से ही उठा कर चलते है. दूसरो से नाराज और निराश .. और जब बोझ बहुत ज्यादा हो जाता है तो इसे दूसरो पर फेकने का अवसर ढूँढने लगते है. लेकिन .. मुझे जब भी कोई आदमी इस तरह का मिलता है तो मै उसका ये बोझ मुस्कुरा कर या हाथ हिला कर स्वीकार करता हूँ और उनसे खुद ही दूरी बना लेता हूँ. ”