इंडियन फ्लैग तिरंगा
देश की शान तिरंगा जिसके आगे हम सभी नतमस्तक होते है. आजादी के 70 सालों बाद देश बदलावों के चलते कहाँ से कहाँ पहुच गया लेकिन इंडियन फ्लैग तिरंगा आज भी दुनिया में हमारे देश का गौरव बड़ा रहा है. लेकिन क्या आप जानते है तिरंगा किसने बनाया ? पहले तिरंगे में केसरिया की जगह लाल रंग हुआ करता था जिसे बाद में बदल दिया गया. इंडियन फ्लैग तिरंगा लेख में आज बात करते है राष्ट्रिय ध्वज तिरंगे से जुडी कुछ बातों की जिन्हें शायद ही आपने इस से पहले कभी कहीं पढ़ा या सुना हों.
लेख में सबसे पहले बात करते है उस शख्स की जिसने 30 देशों के ध्वजों का अध्यन करने के बाद इंडियन फ्लैग तिरंगा बनाया. 1916 से 1921 तक कई देशों के ध्वजों को गहराई से जानने के बाद भारतीय तिरंगे को बनाया गया जिसका श्रेय पिंगली वेंकैया को जाता है.
पहले इंडियन फ्लैग में लाल रंग हिन्दुओं का , हरा रंग मुसलमानों का और सफ़ेद रंग अन्य धर्मो का प्रतीक था जिसमे बीच में चरखा प्रगति को दर्शाता था. लेकिन 1931 में तिरंगे में से लाल रंग को हटा कर केसरिया कर दिया गया. जिसके ही साथ 1947 संविधान सभा में चरखे को बदलकर अशोक चक्र ( जो जीवन की गति को दर्शाता है ) पर चर्चा हुयी और सर्वसम्मती से इसे बदल दिया गया.
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हालाँकि इन्टरनेट के माध्यम से इतिहास के यदि कुछ पन्ने पलटे तो हमें तिरंगे को लेकर कई अलग अलग जानकारियाँ भी मिलती है जिसमे कहा जाता है की भारतीय ध्वज पहले 1906 में स्वामी विवेकानन्द की आयरिश भक्त भगिनी निवेदिता ने बनाया. जो लाल और पीले रंग में था. जिसके बाद 1907 में मैडम कामा द्वारा बदलाव के साथ पेरिस में लहराया गया.
26 जनवरी 2002 में इंडियन फ्लैग को स्वतंत्रता दिवस पर हर घर , ऑफिस , फेक्ट्री में फहराने की आजादी दी गयी. साथ ही तिरंगे के अपमान को लेकर भी कई नियम बनाये गये.
नियम
- भारत का कोई भी नागरिक अपनी इमारत पर तिरंगा फहराने के लिए स्वतंत्र है.
- राष्ट्रिय ध्वज तिरंगा फहराते समय सम्मान के साथ राष्ट्र वचन लेना जरूरी है.
- इंडियन फ्लैग का उपयोग किसी भी प्रकार से कपड़ो के रूप में नहीं कर सकते.
- नेशनल फ्लैग जमीन पर गिरा हुआ या फिर जमीन से छूना नहीं चाहिये.
- राष्ट्रिय ध्वज से ऊँचा कोई और ध्वज नही हों इसका ध्यान रखा जरूरी है.
- तिरंगे का उपयोग रिबन या अन्य किसी भी प्रकार से नहीं किया जा सकता है.
- यदि आप तिरंगे को अपने वाहन के आगे या पीछे लगा कर चलते है तो यह भी अपमान है.
- तिरंगे को आप कहीं भी टांग नही सकते.
- तिरंगे पर कोई भी समान नहीं रख सकते इसी के साथ ही साथ तिरंगा गीला नहीं होना चाहिये.
इंडियन फ्लैग तिरंगा लेख में उम्मीद करते है आपको नयी जानकारी मिली होगी. यदि आपके पास भी भारतीय तिरंगे से जुडी जाकारियां मौजूद है तो हमारे साथ कमेंटबॉक्स में शेयर करना न भूले.
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